* श्रीगणेश पूजन *
।।जय गजानन नवण प्रणाम।।
आज पौष सुदी छट्ट विक्रमी सम्वत् 2079 बुधवार तदनुसार 28 दिसम्बर, 2022 को गौरी पुत्र गणेश का दिन माना जाता है। आज लेखनी हेतु गणेश वंदना पर एक विशेष काव्य रचनाः
*श्रीगणेश पूजन*
प्रथम निवुं माता-पिता हमेश,
दूसरा गुरु ब्रह्मा विष्णु महेश।
देवों में प्रथम पूजन 'र' अर्चन,
करते हैं नित-नित श्री गणेश।।
धर्म सनातन का विधान यह,
कोई चाहे काज हो यही कह।
चाहे होवै कोई धर्म के काज,
आवाहन पूज श्री गणेश लह।।
युग युग से भारतीय मान्यता,
प्रचलित प्राचीन पूजन कथा।
करते सब देव प्रथम आसीन,
सर्वकाज सुणै गणेश व्यथा।।
शुभ कार्य शुरूआत विश्वास,
गणेश पूजन से बंधती आस।
सर्वकार्येषु सफलता मिलती,
गणेश करै विघ्न का विनाश।।
नित संपन्न होता हर काम है,
शुरुआत लेता गणेश नाम है।
सथ-पंथ ग्रंथन में आता यह,
विध्नहर्ता रूप गणेश नाम है।।
सर्व देवी-देव सुखदायक है,
श्री गणेश उनके नायक है।
नित करिए श्रीगणेश वंदन,
जो हर स्थल फलदायक है।।
जय श्रीगणेश जय महेश है,
जय भारत माता हमेश है।
पृथ्वीसिंह' गुरु गणेश वंदना,
रहै भारत खुशहाल हमेश है।।
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*कवि पृथ्वीसिंह बैनीवाल बिश्नोई*
राष्ट्रीय सचिव, जेएसए, बीकानेर,
लेखक, पत्रकार, साहित्यकार, हॉउस नं. 313,
सेक्टर 14 (श्री ओ३म विष्णु निवास) हिसार
(हरियाणा)-125001 भारत
फोन नंबर-9518139200,
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Varsha_Upadhyay
06-Feb-2023 05:20 PM
शानदार
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Gunjan Kamal
05-Feb-2023 01:56 PM
शानदार प्रस्तुति 👌
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Renu
05-Feb-2023 11:55 AM
👍👍🌺
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